नमस्कार दोस्तों आज का हमारा Topic है Full form of DNS के बारे में आज इस पोस्ट में DNS server के बारे में , आज का युग Internet का युग है और इस युग में अगर आपको कुछ भी जानकारी लेना हो या फिर किसी चीज के बारे में जानना हो तो आप सीधे Smartphone निकालते हो फिर Google Search करते हो ।
तब आपको जानकारी आसानी से मिल जाती है लेकिन इसके पीछे का सारा काम DNS करता है जिसकी आप कोई भी जानकारी कुछ ही मिली सेकंड में मिल जाती है । तो आज के इस पोस्ट से हम जानेंगे की अगर कोई Word हम Browser पर टाइप करते है ।
और DNS Server उन letters को कैसे नम्बरों में बदलकर कुछ ही seconds में जो जानकारी हमें चाहिए होती है वो ही जानकारी search रिजल्ट में show करता है । आखिर डीएनएस का इस process में क्या रोल होता है इसके बारे में विस्तार से जानेगे जैसे DNS क्या है ? कैसे वर्क करता है ? DNS के प्रकार डीएनएस की शुरुआत क्यू की गयी
Full Form Of DNS – डीएनएस का फुल फॉर्म
Full Form Of DNS “Domain Name System” साधारण भाषा में में इसका अर्थ होता है DNS एक ऐसा System है जो की Domain Name को एक IP Address नम्बरों में बदलता है , ताकि Web ब्राउज़र यह समझ सके की यूजर क्या Search कर रहा है और User को कोन से Information चाहिए ।
इस प्रकार की पूरी Process एक DNS server पर ही depend होता है जिससे User और ब्राउज़र के बिच में Communication करने के एक माध्यम होता है ।
डीएनएस की शुरुआत कब हुई
डीएनएस की शुरुआत सन 1980 के दशक में हुआ था , तब Internet का विकास हो रहा था तब इन्टरनेट का आकार बहुत छोटा था तब हमें किसि भी Website के IP को आसानी से याद रखा जा सकता था । बिना IP एड्रेस के हम किसी भी website को एक्सेस नही कर सकते है ।
जब Internet का आकार बढने लगा धीरे-धीरे यह पुरे विश्व में फैलने लगा website की संख्या में बढोतरी होनी लगी तो एक computer user के साथ समस्या बनने लगी की IP एड्रेस याद रखना संभव नही था इसलिए एक ऐसा system बनाया गया ।
जिससे user Type तो English में करता है लेकिन उस वर्ड को नम्बर में बदलने के लिए DNS को बनाया गया जिसे computer और इन्सान के बिच में Communication सही हो सके । अगर आप आज भी यह देखने चाहते है की IP एड्रेस के सहायता से किसी website को एक्सेस करना तो आज भी यह संभव है ।
DNS क्या है ?
Domain Name system जैसे की मेने आपको जानकारी दी की यह एक ऐसा system है जिससे User और ब्राउज़र के साथ में कम्युनिकेशन होता है । जिसे की किसी User को web-page Access करना हो तो वह किसी भी Browser में जाकर Exa . www.lsmfullform.com search करता है तो ब्राउज़र इन अंग्रेजी के लेटर्स को नंबरों में बदल दिया जाता है ।
जो लेटर्स को नम्बरों में बदलने का कम DNS करता है क्युकी हमारा Computer इंसानों की भाषा को नही समझता है यह सिर्फ अंकों की भाषा समझता है , और इस इन्सान के लिए इतने सारे नम्बर्स को याद रखना Possible नही था ।
जिसके लिए हमें इस IP Address की जरुरत होती है , इस प्रॉब्लम को हल करने के लिए डोमेन नाम system बनाया गया जिसमे किसी भी Domain Name के एक Unique IP एड्रेस होता है जिससे पता लगाया जाता है की website का Data कन्हा और किस Server पर store है ।
उदाहरण : आप अपने फ़ोन को ही ले लो इसमें किसी व्यक्ति को Call करने के लिए आपको नम्बर की Requirement होती है , लेकिन वह नम्बर किसका है यह याद रखने के लिए आप उनका नाम Save करके रखते है । ठीक उसी प्रकार ही Domain Name server में डोमेन नाम और IP एड्रेस store रहती है ।
दुनिया भर में कई अलग अलग प्रकार के DNS server है ये सारे DNS server सारे एक दुसरे से जुड़े होती है , यदि किसी DNS से इनफार्मेशन नही मिलती है तो ऑटोमेटिक ही दुसरे DNS server से Connect हो जाता है ।
डीएनएस सिस्टम कैसे work करता है
आप DNS system के सारे process को इस प्रकार समझ सकते है –
- इन्टरनेट पर किसी भी इनफार्मेशन को Search करने के लिए हमे Web Browser की जरुरत होती है , यदि Address बार में हम lsmfullform टाइप करते है और search/ enter Button press करते है तो उसका सबसे पहला काम होता है इस डोमेन के IP एड्रेस को search करना ।
- तो DNS यह आपके OS जैसे विंडोज , एंड्राइड , Mac इत्यादि को भेजता है ।
- फिर ऑपरेटिंग system इस रिक्वेस्ट को रिसोल्वर यानी ISP (इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर ) जिसके पास cache होता है जिसमे आईपी एड्रेस का रिकॉर्ड होता है ।
- तो यह रिक्वेस्ट DNS Resolver से ट्रांसफर होकर Root Server तक चला जाता है
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image : Aws.amazon - Root server से आगे Top लेवल डोमेन को यह रिक्वेस्ट send करता है TOP लेवल डोमेन जैसे .com , .org, .edu , gov. , .in के सर्वर की जानकारी होती है , यह website के अनुसार top लेवल डोमेन server से कम्युनिकेशन किया जाता है जैसे website lsmfullform के लिए .com server को Request send करता है ।
- Top लेवेल डोमेन server से Information मिलने के बाद Authoritative name server से एक्चुअल name server की information ली जाती है और यंहा से डोमेन की IP की जानकारी मिल जाती है ।
- जब IP एड्रेस को search कर लिया जाता है तो इसे क्लाइंट यानि की आपके Computer को send कर दिया जाता है ताकि इसके सहायता से Website को एक्सेस किया जा सके ।
- और यह जानकारी आपके cache मेमोरी में IP को store कर लिया जाता है ताकि अगली बार कभी भी इस website को एक्सेस करने की जरुरत हो तो फिर से इसे पूरी process न करनी पड़े ।
तो आपने जाना की एक website को एक्सेस करने या किसी भी जानकारी को search करने के लिए कितने सारे स्टेप्स को follow करना पड़ता है लेकिन सबसे अच्छी बात यह है की ये पूरी process करने के लिए कुछ ही मिली second लगते है।
DNS के प्रकार (Types Of DNS )
डीएनएस server 4 प्रकार के होते है DNS lookup में जब कोई भी कैश डाटा नही होती है तब यह किसी particular डोमेन Name के लिए उसकी IP एड्रेस search करने का पूरा काम चारों system काम करते है जिसका आपना एक काम होता है ।
♦ Recursive Resolver
यह DNS क्वेरी का पहला Step है जो recursive resolver Clint और डोमेन नेम server के बिच मिडिल में के रूप में work करता है , जो वेब page DNS क्वेरी प्राप्त करने के बाद recursive resolver तो कैश डाटा के साथ में response देगा या फिर root server को रिक्वेस्ट send करता है ।
और उसके बाद LTD को send करता है , और फिर Authoritative name-server के लिए रिक्वेस्ट send करता है , authoritative name server से क्वेरी प्राप्त करने के बाद यह Clint को send करता है इस स्टेप्स में recursive resolver authoritative name-server से कैश इनफार्मेशन को प्राप्त करता है ।
जब कोई Clint किसी अन्य Clint के लिए रिक्वेस्ट send करता है तो domain और IP को रिक्वेस्ट send करता है इस प्रकार resolver name-server से साथ communication करने की प्रक्रिया circumvent कर सकता है ।
♦ DNS Root Name-server
डीएनएस name-server को recursive रिसोल्वर के लिए जाना जाता है यह DNS records के लिए Recursive रिसोल्वर को search करता है , root server recursive resolver की क्वेरी को Accept करता है जिसका डोमेन name होता है (.com, .org. .net) इनके आधार पर यह TLD name server के लिए recursive resolver को डायरेक्शन देता है ।
root server की देखरेख एक प्राइवेट संस्था करती है जिसे (ICANN) कहते है ।
♦ TLD Name server
TLD name server उन सभी डोमेन name की Information रखता है , जिसका एक सामान्य extension जैसे .com, .net , .org या फिर जो भी ULR के last में .com LTD name server में सभी प्रकार की website की जानकारी store होती है ।
यदि कोई user lsmfullform.com search कर रहा था तो root name server से Response लेकर recursive resolver और एक .com LTD name server को एक क्वेरी send करता है । जो उस डोमेन नेम के लिए authoritative name server को दर्शाता है ।
TLD name server का प्रबंधन ICANN की एक शाखा IANN के द्वारा किया जाता है ।
♦ Authoritative name server
जब के recursive रिसोल्वर को LTD नेम server से Response मिलता है तो वह response रिसोल्वर को authoritative name server को निर्देशित करता है और authoritative name server का IP एड्रेस के लिए resolver का last स्टेप्स होता है ।
Authoritative name-server के पास उस डोमेन नेम के विशिष्ठ इनफार्मेशन होती है जो वह कार्य करता है DNS रिकॉर्ड में पाए गये IP एड्रेस के साथ recursive resolver को दे देता है ।
यदि डोमेन नेम में C name के साथ recursive resolver प्रदान करता है , Cloud-flare DNS Authoritative name server डिस्ट्रीब्यूट करता है , जो अधिक विश्वनीय है
Domain नेम के प्रकार
IANA TLD नेम server ने डोमेन नेम को 2 भागों में विभाजित किया है ।
♦ Generic Top Laval domain
इसमें वो डोमेन नेम आते है जो की किसी देश की तक ही सिमित नही होते बल्कि वर्ल्ड वाइल्ड Domain होते है जिसे Top level डोमेन कहते है जैसे – LTD डोमेन्स
- .com
- .org
- .net
- .edu
- .gov
♦ Country Code Top- level Domain
यह Domain के देश या फिर राज्य के लिए विशिस्ट होता है जिसमे निम्न प्रकार के top लेवल डोमेन नेम को सामिल किया गया है जो इस प्रकार है ।
- .UK (यूनाइटेड किंगडम )
- . US (यूनाइटेड स्टेट )
- . IN (इंडिया )
- . JP (जापान)
- .ru (rush) इत्यादि
DNS FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्रशन 1. डीएनएस का फुल फॉर्म क्या होता है ?
उत्तर – DNS का फुल फॉर्म “Domain name System”
प्रश्न 2. .in डोमेन का अर्थ क्या होता है ?
उत्तर – .In डोमेन यह यह इंडिया Country की विशेषता संदर्भित करता है यह एक कंट्री top लेवेल डोमेन नेम है ।
प्रश्न 3. .uk डोमेन का अर्थ क्या होता है ?
उत्तर – .uk डोमेन यह यह (यूनाइटेड किंगडम ) ग्रेट बिर्टेन की विशेषता संदर्भित करता है यह एक कंट्री का top लेवेल डोमेन नेम है ।
आज आपने क्या सिखा
उम्मीद है आपको यह पोस्ट full form Of DNS पसंद आया आप आपको इस पोस्ट से कुछ नया जरुर सिखा होगा । आज के इस पोस्ट में हमने DNS server के बारे में जानकारी प्राप्त की अगर आपका इस पोस्ट को लेकर कोई सुझाव या फिर कोई सवाल हो तो आप मुझे Comment box में जरुर पूछ सकते है ।
अगर आपने इस पोस्ट से कुछ अच्छी जानकारी सीखी तो इस पोस्ट को आप अपने दोस्त , भाई , बहन रिश्तेदारों के साथ में जरूर share करें ताकि उन्हें भी DNS server के बारे में कुछ सिखने को मिले ।
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लक्ष्मी शंकर इस Blog के Founder है , जो आपको रोजाना आपके साथ एजुकेशन , कोर्सेस , एग्जाम , सरकारी भर्ती , Technology , इंटरनेट , Computer और अनेक प्रकार के फुल फॉर्म और साथ ही बॉलीवुड, shouth Indian एंड हॉलीवुड न्यू मूवीज के review दी जाएगी।